आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल।
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आप शायद कई ऐसे आईएएस अफसर को जानते हों, जिन्होंने अपनी सर्विस के दौरान कोई न कोई बहादुरी का काम क्या हो? ऐसी ही एक आईएएस अफसर हैं दुर्गा शक्ति नागपाल, जिनकी इन दिनों खूब तारीफ की जा रही है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएएस दुर्गा शक्ति ने महिलाओं को ईको फ्रेंडली दीये बनाने का आइडिया दिया।
साथ ही जिलाधिकारी की टीम की तरफ से ही इन महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया गया। इससे इन महिलाओं की आय बढ़ी और आज वे अच्छी कमाई भी कर रहे हैं। तो चलिए जानते हैं आईएएस दुर्गा शक्ति के बारे में और उनके द्वारा किए गए इस कार्य के बारे में। आगे आप इस बारे में विस्तार से जान सकते हैं…
पहले आईएएस दुर्गा शक्ति के बारे में जानें
आईएएस दुर्गा शक्ति का जन्म वर्ष 1985 में छत्तीसगढ़ में हुआ। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई चंडीगढ़ के विवेक हाई स्कूल से की। इसके बाद साल 2007 में उन्होंने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।
इसके बाद साल 2008 आया, जब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन उनका चयन राजस्व सेवा में हुआ। इसके बाद अगले साल यानी 2009 में उन्होंने फिर से परीक्षा दी और ऑल इंडिया रैंकिंग में 20वां स्थान प्राप्त करते हुए आईएएस बनीं।
ऐसे की यूपी की महिलाओं की मदद
जहां एक तरफ पहले गोबर का इस्तेमाल उपले या खाद बनाने के लिए किया जाता था, तो वहीं आईएएस दुर्गा के इस कदम से उत्तर प्रदेश की महिलाएं गोबर से दीये बना रही हैं। इससे महिलाओं के लिए आमदनी का नया रास्ता खुला और आज वे अच्छी कमाई भी कर रही हैं।
यही नहीं, इस बार दिवाली के मौके पर इन दीयों को सेल कर महिलाओं की अच्छी कमाई भी हुई। आईएएस दुर्गा शक्ति ने इन महिलाओं को ईको फ्रेंडली दीये बनाने का आइडिया दिया, जो काम कर गया।