Tuesday, April 30, 2024

WFI: तिरंगे के साथ नहीं खेलेंगे पहलवान; खिलाड़ियों के धरने से कुश्ती संघ के…


भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और विनेश फोगाट के साथ साक्षी मलिक
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार


विश्व कुश्ती संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने समय पर चुनाव नहीं कराने के चलते भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को निलंबित कर दिया। इस निलंबन तक पहलवान किसी भी प्रतियोगिता में भारत के ध्वज तले नहीं खेल पाएंगे। इसका पहला असर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में दिखेगा जहां भारतीय पहलवान ध्वज तले नहीं खेल सकेंगे। विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 16 सितंबर से सर्बिया के बेलग्रेड में होगी जहां भारतीय पहलवान तटस्थ खिलाड़ी के रूप में हिस्सा लेंगे। यह चैंपियनशिप अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाइंग प्रतियोगिता भी है।

45 दिनों के अंदर कराने थे चुनाव

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने कुश्ती का कामकाज देखने के लिए 27 अप्रैल को तदर्थ समिति की नियुक्ति की थी। भूपेंद्र सिंह बाजवा की अगुवाई में तदर्थ समिति को 45 दिनों के अंदर चुनाव कराने की समय सीमा दी गई थी, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। डब्ल्यूएफआई के चुनाव पहले सात मई को होने थे, लेकिन खेल मंत्रालय ने इस प्रक्रिया को अमान्य करार दिया था। कई असंतुष्ट और असंबद्ध राज्य इकाइयां मतदान में भाग लेने का अधिकार हासिल करने के लिए अदालत की शरण में गईं जिसके कारण चुनाव कई बार स्थगित हो गए।

28 अगस्त तक चुनाव पर लगी है रोक

तदर्थ समिति ने 12 अगस्त को मतदान कराने का फैसला किया, लेकिन पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा कुश्ती संघ (एचडब्ल्यूए) की याचिका पर चुनाव को 28 अगस्त तक के लिए टाल दिया। अगली सुनवाई 28 अगस्त को होगी।

यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने चेताया

यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने 28 अप्रैल को चेताया था कि अगर समय पर चुनाव नहीं कराए जाते हैं तो डब्ल्यूएफआई को निलंबित किया जा सकता है। आईओए के सूत्रों ने कहा,”यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने बुधवार की रात को तदर्थ समिति को सूचित किया कि कार्यकारिणी के चुनाव नहीं होने के चलते डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया गया है।”

जनवरी से अब तक घटनाक्रम

  • 18 जनवरी : पहलवानों ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह शरण पर यौन उत्पीड़न और धमकाने का आरोप लगे। बृजभूषण ने सभी आरोपों को नकार दिया।
  • 20 जनवरी : पहलवानों ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी ऊषा को शिकायत पत्र लिखा। आरोपों की जांच के लिए जांच समिति गठित करने और डब्ल्यूएफआई का कामकाज देखने के लिए पहलवानों की सलाह से नई समिति गठित करने मांग की।
  • 21 जनवरी : पहलवानों ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और विरोध प्रदर्शन खत्म किया। खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से तुरंत प्रभाव से सभी गतिविधियों को निलंबित करने को कहा।
  • 23 जनवरी : आरोपों की जांच के लिए दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम की अगुवाई में पांच सदस्यीय निगरानी समिति गठत की गई जिसे जांच पूरी करने के लिए चार हफ्ते का समय दिया गया।
  • 16 अप्रैल : निगरानी समिति की रिपोर्ट खेल मंत्रालय को सौंपने के बाद डब्ल्यूएफआई ने चुनाव के लिए सात मई की घोषणा की। रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई।
  • 23 अप्रैल : पहलवान जंतर मंतर पर लौटे और कहा कि सात महिला पहलवानों (जिसमें एक नाबालिग भी) ने बृजभूषण के खिलाफ कनाट प्लेस पुलिस स्टेशन में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज की। दावा किया कि पुलिस ने अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की।
  • 24 अप्रैल : खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई के सात मई को तय चुनाव रोके। आईओए से चुनाव कराने के लिए तदर्थ समिति गठित करने को कहा जो गठन के 45 दिन के अंदर चुनाव कराए और खेल संस्था का कामकाज भी देखे।
  • 27 अप्रैल : आईओए ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया।
  • 04 मई : उच्चतम न्यायालय ने तीन महिला पहलवानों द्वारा याचिका की सुनवाई बंद की क्योंकि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई और शिकायत करने वाली सात पहलवानों को उचित सुरक्षा मुहैया कराई गई।
  • 11 मई : पुलिस ने बृजभूषण के बयान रिकॉर्ड किए।
  • सात जून : अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को आश्वासन दिया कि बृजभूषण के खिलाफ पुलिस जांच कराई जाएगी और 30 जून तक डब्ल्यूएफआई के लंबित चुनाव कराए जाएंगे।
  • 13 जून : डब्ल्यूएफआई के चुनाव छह जुलाई को तय किए गए।
  • 19 जून : आईओए के तदर्थ पैनल ने पांच गैर मान्यता प्राप्त राज्य कुश्ती इकाइयों को 21 जून को सुनवाई के लिए बुलाया।
  • 25 जून : गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने असम कुश्ती संघ द्वारा दायर की गई एक याचिका पर 11 जुलाई को होने वाले डब्ल्यूएफआई के चुनावों पर रोक लगाई।
  • 12 जुलाई : आईओए की तदर्थ समिति ने 22 और 23 जुलाई को एशियाई खेलों के कुश्ती ट्रायल्स कराने का फैसला किया।
  • 19 जुलाई : बजरंग और विनेश को ट्रायल्स में अनुचित छूट देने के कारण हिसार में युवा पहलवान सड़कों पर उतर आए। डब्ल्यूएफआई के चुनाव सात अगस्त को निर्धारित हुए।
  • 20 जलाई : कई जूनियर पहलवान, उनके माता पिता और कोच आईओए मुख्यालय पहुंचे, विनेश और बजरंग को दी गई छूट वापस लेने की मांग की। डब्ल्यूएफआई के चुनाव फिर 12 अगस्त को तय हुए।
  • 11 अगस्त : पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने हरियाणा कुश्ती संघ द्वारा दायर याचिका के बाद 12 अगस्त को निर्धारित चुनाव रोक दिए। अब सुनवाई 24 अगस्त को होगी। 24 अगस्त तक चुनाव नहीं हो सकेंगे।
  • 14 अगस्त : विश्व चैंपियनशिप के लिए ट्रायल्स पटियाला में 25-26 अगस्त को निर्धारित हुए।
  • 23 अगस्त : कुश्ती की विश्व संचालन संस्था ने चुनाव समय पर नहीं कराने के लिए डब्ल्यूएफआई को निलंबित किया।

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