White Bed Sheets Benefits: जब भी आप अपने परिवार के साथ कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं, तो किसी न किसी होटल में भी जरूर ठहरते है. आप में से कई लोगों का होटल में आना जाना तो लगा ही रहता होगा. आजकल तो कई नौकरियां भी ऐसी हो गई हैं, जिनमें काम के सिलसिले में अक्सर बाहर जाना ही पड़ता है, और होटल में ही रहना पड़ता है. अगर आप भी कभी होटल में रहे हैं, तो आपने होटल की सुदंरता और डेकोरेशन के अलावा एक बात और नोटिस की होगी, कि वहां मौजूद बेड पर सफेद चादर बिछी होती है. लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया कि सफेद चादर ही क्यों? सफेद की जगह और किसी रंग की चादर होटलों में क्यों नहीं उपयोग की जाती है?
आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं. कि होटलों से लेकर ट्रेनों में सफेद चादर ही क्यों बिछाई जाती है. इसके अलावा आपको ये भी बताएंगे कि क्या इस कल्चर की शुरुआत भारत में हुई थी या ये वेस्टर्न कल्चर की देन है.
होटल में क्यों बिछाई जाती है सफेद चादर?
बता दें, कि सफेद रंग शांति का प्रतीक होता है. इस रंग को देखते ही तनाव दूर होता है. इस रंग को देखने के बाद मन शांत होता है और दिल को रिलैक्स फील होता है. जब भी हम होटलों के रूम में जाते हैं तो वहां सफेद रंग देखकर पॉजिटिव वाइब्स आती है. इसी वजह से होटल में सफेद रंग को देखकर व्यक्ति को रिलेक्स फील होता है और अच्छी नींद आती है.
इसके अलावा सफेद चादर पर हर दाग-धब्बे साफ दिखाई देता है. जब भी हम किसी होटल में जाते हैं, तो वहां सबसे पहले ये देखते हैं कि वहां साफ-सफाई हैं या नहीं. अगर वहां गंदगी होती है तो फिर दोबारा हम वहां नहीं जाते और सफेद चादर देखकर ये साफ पता चल जाता है कि वहां साफ-सफाई हैं या नहीं. इससे होटल वालों की रेपुटेशन बनी रहती है और उनकी कमाई में बढ़ोत्तरी भी होती रहती है.
क्या ये वेस्टर्न कल्चर की देन है?
आपको बता दें होटलों में सफेद चादर का इस्तेमाल सबसे पहले वेस्टर्न कल्चर में किया गया था. इसका मतलब ये है कि ये वेस्टर्न कल्चर की ही देन है, जिसे धीरे-धीरे अब ज्यादातर देशों में फॉलो किया जा रहा है.
.
Tags: Delhi Hotels, Top 10 best and expensive hotels of india
FIRST PUBLISHED : February 27, 2024, 17:46 IST