Jamaat e islami Party Candidate Hafiz Naeem ur Rehman left seat After…

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Pakistan Election 2025: पाकिस्तान के दो राजनीतिक दलों ने सोमवार (12 फरवरी ) को 8 फरवरी को हुए चुनावों में कथित धांधली के विरोध में सिंध विधानसभा की जीती गई तीन सीट छोड़ने की घोषणा की. हालांकि देश के शीर्ष चुनाव निकाय ने धांधली के आरोपों को खारिज किया है. 

ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस के प्रमुख पीर सिबगतुल्ला शाह रशीदी ने कराची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की है कि उनकी पार्टी परिणाम में कथित हेरफेर को लेकर सिंध विधानसभा की जीती गई दो सीटें रिक्त कर देगी. वहीं पाकिस्तान जमात-ए-इस्लामी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को सिंध प्रांत की उस विधानसभा सीट को खाली कर दिया, जिसपर उन्होंने गुरूवार को संपन्न हुए चुनाव में जीत हासिल की थी.

असल विजेता इमरान खान की पार्टी  

हाफिज नईमुर रहमान ने कहा कि जिस सीट से उन्होंने जीत दर्ज की है वहां से असल विजेता इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार हैं. 8 फरवरी के चुनाव के लिए पाकिस्तान चुनाव आयोग द्वारा जारी परिणाम के अनुसार हाफिज नईमुर रहमान ने पीएस-129 निर्वाचन क्षेत्र (कराची सेंट्रल आठ) से 26,296 वोटों से जीत हासिल की. 

मैं सीट का लाभ नहीं उठाऊंगा- रहमान

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हाफिज नईमुर रहमान ने कहा कि उन्होंने 8 फरवरी के चुनावों के दौरान कई निर्वाचन क्षेत्रों में कथित धांधली को उजागर करने के लिए यह कदम उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘पीटीआई समर्थित एक स्वतंत्र उम्मीदवार जीता है और मैं इस सीट से जीत का लाभ नहीं उठाऊंगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने अनुमान लगाया था कि केवल कुछ सौ मतों का अंतर होगा, मैंने अपनी टीम से हर फॉर्म (45) के लिए कहा. जब हमने जांच की तो हमें पता चला कि पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने दिखाया कि हमें कम वोट मिले. मैं सफल नहीं हो सका तो मैंने यह सीट सौंप दी.’’ 

जीती हुई सभी सीट लौटाने की मांग

हाफिज नईमुर ने दावा किया कि उनकी टीम के आकलन के मुताबिक, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सैफ बारी ने जीत दर्ज की है. उन्होंने कहा कि उनके वोट 31 हजार से घटकर 11 हजार हो गए हैं. सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘‘अपनी अंतरात्मा की आवाज और पार्टी की नैतिकता की परंपरा के मुताबिक मैंने प्रांतीय विधानसभा में अपनी सीट को रिक्त कर दिया. मैं मांग करता हूं कि वे सभी सीट हमें लौटाई जाएं जिस पर हमने जीत दर्ज की है.’’

पिछले दो दिनों से कर रहे थे विरोध पर्दशन

जमात-ए-इस्लामी पार्टी के कराची इकाई के प्रमुख रहमान का फैसला पिछले दो दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन के बीच आया है. सिंध प्रांत के विभिन्न हिस्सों में चुनाव में कथित धांधली को लेकर कई दलों द्वारा दो दिनों से विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं, जिनमें कुछ हिंसक प्रदर्शन भी शामिल हैं. 8 फरवरी को हुए आम चुनाव के बाद से पीटीआई, जमात-ए-इस्लामी पार्टी, तहरीक-ए-लब्बैक और जमीयत उलेमा इस्लाम समेत अन्य दल दावा कर रहे हैं कि उनके उम्मीदवारों को विधानसभा और नेशनल असेंबली की कई सीट पर जीत से वंचित कर दिया गया और वे इस नतीजे को स्वीकार नहीं करेंगे.

पीटीआई, जमात-ए-इस्लामी पार्टी, तहरीक-ए-लब्बैक और जमीयत उलेमा इस्लाम के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भी विरोध प्रदर्शन किया और शहर को जोड़ने वाले कई राजमार्गों को रोक दिया. जिसके चलते सड़क पर आवाजाही को सामान्य बनाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल और रेंजर्स को बुलाया गया है.

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