Friday, November 22, 2024

दिनभर देते हैं इस एयरलाइन को गाली, फिर भी 100 में से 60 ने किया इसी से…

हाइलाइट्स

इंडिगो में एक यात्री ने पायलट को थप्पड़ मार दिया था.
इंडिगो के खिलाफ कई सोशल मीडिया पर दिखती हैं शिकायतें.
हालांकि, आंकड़े कुछ और ही कहानी दिखाते हैं.

नई दिल्ली. इंडिगो एक बार फिर चर्चाओं में है. इस बार फ्लाइट में एक कस्टमर द्वारा पायलट को थप्पड़ मारने को लेकर इंडिगो का नाम खबरों में है. आमतौर पर आप इंडिगों के बारे में लोगों को सोशल मीडिया पर शिकायत करते हुए देख लेंगे. ट्विटर से लेकर लिंक्डिन तक इंडिगो की फजीहत होती रहती है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आधिकारिक आकंड़ों के अनुसार, पिछले साल घरेलू उड़ानों के कुल ट्रैफिक का 60 परसेंट अकेले इंडिगो ने उठाया है. यह आंकड़े नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जारी किए हैं.

अगर यह एयरलाइन इतनी ही खराब है तो लोग इसमें सफर क्यों करते हैं. इंडिगो में सफर करने वालों की बड़ी संख्या और उसकी शिकायतों का आपस में संबंध है. इस पर हम आगे बात करेंगे. इंडिगो क्यों लोगों की पसंदीदा घरेलू उड़ान है इसका एक बड़ा कारण ओटीपी या ऑन टाइम परफॉर्मेंस. आइए जानते हैं कि ये क्या होता है और इंडिगो बाकी उड़ानों से इस मामले में कितनी आगे है.

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क्या है ओटीपी?
उड़ानों के मामले में ओटीपी का मतलब ऑन टाइम परफॉर्मेंस होता है. अगर कोई फ्लाइट अपने निर्धारित समय से 15 मिनट के अंदर उड़ान भर लेती है तो उसे ऑन टाइम माना जाता है. अगर उड़ान तय समय से 15 मिनट पर या उसके बाद भरी जाती है तो उसे नॉट ऑन टाइम माना जाता है. इंडिगो इस मामले में तीसरी सबसे बेहतरीन एयरलाइन है. इसका ओटीपी 68 फीसदी है. वहीं, दूसरी सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली डोमेस्टिक फ्लाइट एयर इंडिया का ओटीपी 52 फीसदी है. हालांकि, आकासा और विस्तारा दोनों का ओटीपी 70 से अधिक है. लेकिन यहां उड़ानों की फ्रीक्वेंसी को भी देखना होगा. इसके अलावा इंडिगो का किराया भी बाकी उड़ानों के मुकाबले कुछ कम होता है. यह सभी फैक्टर मिलकर इंडिगो को पसंदीदा घरेलू एयरलाइन बनाते हैं.

फिर इतनी शिकायतें क्यों?
जैसा कि हमने कहा कि यात्रियों की संख्या और शिकायतों का को-रिलेशन है. चूंकि इंडिगो के पास देश के घरेलू यात्रियों का आधे से ज्यादा हिस्सा है इसलिए लाजिमी है कि शिकायतें भी ज्यादा नजर आएंगी. हालांकि, इसे आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए इंडिगो काफी बेहतर स्थिति में दिखती है. डीजीसीए के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में प्रति 10,000 लोगों पर 0.52 शिकायतें मिली. इंडिगो इस मामले में दूसरी सबसे बेहतर एयरलाइन रही. प्रति 10,000 यात्रियों पर इंडिगो को 0.08 शिकायत मिली. इससे बेहतर प्रदर्शन केवल विस्तारा (0.03) ने किया. इससे साफ है कि यात्रियों की बहुत अधिक संख्या होने के कारण ही शिकायतों का नंबर ज्यादा दिखता है जबकि ऐसा है नहीं.

Tags: Air Travel, Airline, Indigo

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