400 मीटर रिले रेस
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विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम ने 400 मीटर रिले रेस के फाइनल में जगह बना ली है। इस रेस में चार खिलाड़ी 100-100 मीटर दौड़ते हैं और पहले रेस पूरी करने वाली टीम जीत हासिल करती है। भारत ने पहली बार विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में इस रेस के फाइनल में जगह बनाई है। भारतीय टीम ने दो मिनट 59.05 सेकेंड में अपनी रेस पूरी की। इसके साथ ही फाइनल में जगह बनाई और एशियाई रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। इससे पहले एशिया की किसी टीम ने सबसे कम समय में दो मिनट 59.51 सेकेंड में 400 मीटर रिले रेस पूरी की थी। जापान की टीम ने यह कारनामा किया था।
भारत के लिए सबसे कम समय में 400 मीटर रिले रेस पूरा करने का रिकॉर्ड 2021 में बना था। तब भारतीय टीम ने तीन मिनट 0.25 सेकेंड में रेस पूरी की थी। अब भारत के लिए मोहम्मद अनस याहिया, अमोज जैकब, मोहम्मद अजमल वारियाथोडी और राजेश रमेश की चौकड़ी ने कमाल किया है। भारतीय टीम ने अमेरिका की टीम के बाद दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई।
भारतीय टीम ने बड़ा उलटफेर करते हुए ब्रिटेन और जमैका की टीम को पीछे छोड़ दिया। ब्रिटेन की चौकड़ी ने 2.59.42 मिनट और जमैका की टीम ने 2.59.82 मिनट के समय में अपनी रेस पूरी की। ब्रिटेन की टीम तीसरे और जमैका की टीम पांचवें स्थान पर रही। फाइनल मैच रविवार को होगा।
विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के नियमों के अनुसार हर दो हीट में शीर्ष तीन स्थान पर रहने वाली टीमें और अगली दो टीमें फाइनल में पहुंचती हैं। भारतीय टीम ने विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली अमेरिकी टीम को कड़ी चुनौती दी और दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई।
Incredible teamwork at the World Athletics Championships!
Anas, Amoj, Rajesh Ramesh and Muhammed Ajmal sprinted into the finals, setting a new Asian Record in the M 4X400m Relay.
This will be remembered as a triumphant comeback, truly historical for Indian athletics. pic.twitter.com/5pRkmOoIkM
— Narendra Modi (@narendramodi) August 27, 2023
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम की इस सफलता पर उन्हें बधाई दी। पीएम ने 400 मीटर रिले रेस का वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा “विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अविश्वसनीय टीम वर्क! अनस, अमोज, राजेश रमेश और मुहम्मद अजमल ने एम 4X400 मीटर रिले में एक नया एशियाई रिकॉर्ड स्थापित करते हुए फाइनल में प्रवेश किया। इसे भारतीय एथलेटिक्स के लिए सचमुच ऐतिहासिक, विजयी वापसी के रूप में याद किया जाएगा।”