सिद्धारमैया
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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पुलिस और वन विभाग के अलावा अन्य सरकारी विभागों में खिलाड़ियों को दो फीसदी आरक्षण के लिए सकारात्मक समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बुधवार को कहा कि वर्तमान में पुलिस और वन विभाग में खिलाड़ियों को तीन प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है, और अन्य सरकारी विभागों में रोजगार के लिए दो प्रतिशत कोटा देने की “सकारात्मक समीक्षा” की जाएगी।
हाल ही में चीन में आयोजित 19वें एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले कर्नाटक के एथलीटों और कोचों को सम्मानित करने और उन्हें नकद पुरस्कार देने के लिए एक कार्यक्रम रखा गया था। इसके बाद सीएम ने यह एलान किया। सिद्धारमैया ने कहा कि खिलाड़ियों ने देश और राज्य का नाम रोशन किया है, यह सभी कन्नड़ लोगों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इस बार चीन में एशियाई खेलों में भारतीय एथलीटों ने सबसे अधिक पदक जीते हैं, पिछली बार 70 पदक जीते थे और इस बार यह 107 है। उन्होंने आगे कहा, “जनसंख्या के मामले में भारत पूरे विश्व में पहले स्थान पर है और एशियाई खेलों में भी हमें पहला या दूसरा स्थान मिलेगा तो देश का सम्मान बढ़ेगा।”
यह देखते हुए कि राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, सिद्धारमैया ने कहा, जब वह अपने पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री थे, तो एशियाई खेलों और ओलंपिक के विजेताओं को पुरस्कार राशि की घोषणा की गई थी। उन्होंने बताया कि कर्नाटक “उच्चतम” पुरस्कार राशि की घोषणा करने वाला पहला राज्य है। सीएम ने सरकार और सात करोड़ कन्नड़वासियों की ओर से खिलाड़ियों को बधाई दी।
उन्होंने कहा, “इस बार राज्य के आठ लोगों ने पदक जीते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। इसके लिए बहुत प्रयास की आवश्यकता होती है। आपने अद्भुत काम किया है।” साथ ही उन्होंने उन्हें जीत के लिए शुभकामनाएं भी दीं। सिद्धारमैया ने राज्य के पदक विजेताओं को सम्मानित किया और ओलंपिक के लिए शुभकामनाएं दीं।
इन खिलाड़ियों का हुआ सम्मान
राजेश्वरी गायकवाड़ (क्रिकेट- स्वर्ण), रोहन बोपन्ना (टेनिस- मिश्रित युगल- स्वर्ण), मिजो चाको कुरियन, निहाल जोएल (एथलेटिक्स पुरुष 4 * 400 मीटर रिले – आरक्षित एथलीट – स्वर्ण) को नकद पुरस्कार प्रदान किए। ), मिथुन मंजूनाथ (पुरुष बैडमिंटन – रजत), साई प्रतीक (पुरुष बैडमिंटन रजत), दिव्या (शूटिंग – दो रजत पदक), और कोच – वी तेजस्विनी बाई (कबड्डी – स्वर्ण), अंकिता बी एस (हॉकी – कांस्य), सी ए कुट्टप्पा (मुख्य मुक्केबाजी कोच- 1 रजत और 4 कांस्य)।
सूत्रों के अनुसार, स्वर्ण पदक विजेताओं को 25 लाख रुपये, रजत पदक विजेताओं को 15 लाख रुपये और कोचों को 5-5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया।