ऑस्ट्रेलियाई टीम
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यह तो क्वार्टर फाइनल में स्वीडन के हाथों जापान की हार के साथ ही तय हो गया था कि इस बार नया फीफा महिला विश्व चैंपियन बनने जा रहा है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सामने एक और इतिहास बनाने का मौका है। बीते 24 सालों में कोई भी मेजबान देश अब तक विश्व चैंपियन नहीं बन सका है। यह गौरव 1999 में अमेरिका ने हासिल किया था। ऑस्ट्रेलिया के पास भी इस इतिहास को दोहराने का मौका है। हालांकि सेमीफाइनल में उसके सामने बेहद मजबूत यूरोपियन चैंपियन इंग्लैंड है। वहीं सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों में से सिर्फ स्वीडन को ही फाइनल में खेलने का अनुभव है। यह टीम 2003 के विश्वकप में उपविजेता रही थी।
20 साल बाद मेजबान देश सेमीफाइनल में पहुंचा
ऑस्ट्रेलिया इस विश्वकप में न्यूजीलैंड के साथ सहमेजबान है। अंतिम बार कोई मेजबान टीम फीफा महिला विश्वकप के सेमीफाइनल में 2003 में पहुंची थी। यह टीम भी अमेरिका थी। अमेरिका ने 1999 और 2003 विश्वकप की मेजबानी की। 1999 में यह टीम विजेता बनीं और 2003 में चौथे स्थान पर रही। यानि ऑस्ट्रेलिया 20 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंचने वाली मेजबान टीम बनी है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया की सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों में सबसे कम रैकिंग 12 है, लेकिन उसने क्वार्टर फाइनल में फ्रांस जैसी टीम को पेनाल्टी शूटआउट में 7-6 से पराजित किया।
चारों टीमों में एकमात्र महिला कोच हैं इंग्लैंड की विगमैन
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी के स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच दूसरा सेमीफाइनल खेला जाएगा, जिसमें 80 हजार से अधिक दर्शकों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। इंग्लैंड की टीम की कोच सरीना विगमैन हैं। वह चारों टीमों में एकमात्र महिला कोच हैं। विगमैन का रिकॉर्ड शानदार हैं। उनकी कोचिंग में पिछले 37 मैचों में इंग्लैंड ने सिर्फ एक मैच हारा है, लेकिन यह हार उसे चार माह पहले ऑस्ट्रेलिया के हाथों 0-2 से मिली थी। विगमैन मानती हैं कि यह मुकाबला उम्मीदों से भी बड़ा होने जा रहा है। इंग्लैंड लगातार दो विश्वकप के सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है, लेकिन उसे अब तक खिताब नसीब नहीं हुआ है। इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन में 75 हजार सात सौ 84 दर्शकों के बीच कोलंबिया को 2-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
दो पूर्व विजेताओं को हराकर अंतिम-4 में पहुंची स्वीडन
स्वीडन सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों में सर्वोच्च रैंकिंग तीन की टीम है। यह टीम 2003 विश्वकप के फाइनल में पहुंची और 2011, 2019 में तीसरे स्थान पर रही। टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में उसे कनाडा के हाथों फाइनल में हार मिली। स्वीडन का सामना मंगलवार को पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचने वाली स्पेनिश टीम से होगा। स्वीडन ने इस विश्वकप में चार बार की विश्व विजेता अमेरिका को अंतिम-16 में पेनाल्टी शूटआउट में 5-4 से और क्वार्टर फाइनल में 2011 की विजेता जापान को 2-1 से पराजित किया है। यह टीम अच्छी फार्म में है। वहीं स्पेन को ग्रुप मैच में जापान के हाथों 0-4 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उसने क्वार्टर फाइनल में गत उपविजेता नीदरलैंड को अतिरिक्त समय में किए गए गोल से पराजित किया।