ब्रिज
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भारतीय पुरुष ब्रिज टीम को एशियाई खेलों में शुक्रवार (छह अक्तूबर) को रजत पदक मिला। भारतीय खिलाड़ी फाइनल में हॉन्गकॉन्ग के अंतिम बाधा पार नहीं कर पाए। उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक विजेता भारत हांगझोऊ में स्वर्ण पदक मैच में हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ 152-238.1 के अंतर से हार गया। एशियाई खेलों के इतिहास में इस खेल में भारत का यह पहला रजत पदक है।
संदीप ठकराल, जग्गी शिवदासनी, राजू तोलानी और अजय प्रभाकर खरे की टीम दो दिनों तक चले छह सत्रों के दौरान किसी भी समय हॉन्गकॉन्ग की टीम को चुनौती नहीं दे सकी। पहले दो सत्रों के बाद भारतीय पुरुष टीम 1-2 से पीछे चल रहे थी। उन्होंने खराब शुरुआत करते हुए दिन का पहला सत्र हॉन्गकॉन्ग से 32-42 से गंवा दिया। 1-3 से पीछे होने के कारण भारत को दिन के दूसरे सत्र में जीत की जरूरत थी, लेकिन हॉन्गकॉन्ग ने कोई गलती नहीं की। उसने 38-17 से जीतकर मैच में 4-1 की निर्णायक बढ़त ले ली और स्वर्ण पर कब्जा कर लिया।
सेपकटकरॉ में महिलाओं ने किया कमाल
भारत की सेपकटकरॉ महिला रेगु टीम ने शुक्रवार को कांस्य पदक जीता। इन खेलों में महिला सेपकटकरॉ टीम का यह पहला पदक है। भारतीय महिला टीम को रेगु स्पर्धा के सेमीफाइनल में थाईलैंड ने 21-10, 21-13 से हराया। अयेकपम माईपाक देवी, ओइनम चाओबा देवी, खुशबू, एलांगबम प्रिया देवी और एलंगबम लीरेंटोम्बी देवी की भारतीय टीम सेमीफाइनल में गत चैम्पियन थाईलैंड को कड़ी टक्कर नहीं दे सकी। हालांकि, उन्होंने ऐतिहासिक कांस्य जरूर अपने नाम किया।
सेपकटकरॉ में सेमीफाइनल में हार का सामना करने वाली दोनों टीमों को कांस्य पदक मिलता है। एशियाई खेलों में महिलाओं के सेपकटकरॉ में यह पहला जबकि देश के लिए केवल दूसरा पदक है। भारतीय पुरुष रेगु टीम ने 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था।