dhiraj bommadevara
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
तीरंदाजी विश्वकप में धीरज बोमादेवरा ने दो बार के ओलंपिक टीम स्वर्ण जीतने वाले किम वू जिन को 6-2 से हराकर पदक की उम्मीद जताई थी लेकिन अगले दो मैचों में हारकर पदक से वंचित रह गए। भारत के लिए एकमात्र पदक कंपाउंड तीरंदाज प्रथमेश जावकर ने रजत के रूप में दिलाया। सीजन के अंत में भारत ने विश्वकप फाइनल में अपने पांच तीरंदाज उतारे थे। रिकर्व तीरंदाज धीरज ने शुरुआत अच्छी की जब उन्होंने दुनिया के दूसरे नंबर के कोरियाई किम वू जिन को क्वार्टर फाइनल में हराया। सेना का यह तीरंदाज बाद में कोरिया के ही ली वू सियोक से 1-7 और फिर तीसरे स्थान के लिए हुए प्लेआफ में इटली के माउरो नेसपोली से हार गए। रिकर्व में विश्वकप फाइनल में पदक जीते 13 साल हो गए तब जयंत तालुकदार ने कांस्य जीता था।