Durand Cup trophy
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
बंगाल जहां हर दिल में फुटबॉल बसता है, वहां मंगलवार को दुनिया की तीसरी और एशिया की सबसे पुरानी फुटबॉल टूर्नामेंट डूरंड के 132वें संस्करण के लिए ट्रॉफियों का अनावरण किया गया। इस वर्ष यह प्रतिष्टित टूर्नामेंट तीन अगस्त से शुरू होने जा रहा है और तीन सितंबर तक चलेगा। ट्रॉफियों के अनावरण कार्यक्रम के दौरान भारतीय सेना के दो पूर्व अधिकारियों ने यहां स्थित पूर्वोत्तर की सबसे ऊंची बिल्डिंग द 42 की 65वीं मंजिल से पैराशूट से छलांग लगाकर सबको रोमांचित कर दिया। अनावरण समारोह में पूर्वी सेना कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता और मुख्म अतिथि बंगाल के खेल व युवा मामलों के मंत्री अरूप विश्वास ने डूरंड कप की तीनों शानदार ट्रॉफियों का अनावरण किया। इस दौरान तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारियों समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।
इस अवसर पर खेल मंत्री अरूप विश्वास ने कहा कि इस बार कोलकाता में डूरंड कप के छह मैच होंगे। तीन सितंबर को फाइनल मैच भी कोलकाता के युवा भारती स्टेडियम में खेला जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार डूरंड कप के सफल आयोजन के लिए भारतीय सेना को पूरा सहयोग व समर्थन देगी। एशिया के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित फुटबाल टूर्नामेंट में इस साल देश की 24 टीमें भाग ले रही हैं। जिसमें शीर्ष डिवीजन इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) की सभी 12 टीमें भी शामिल हैं, जो इसमें हिस्सा ले रही हैं। पड़ोसी देशों बांग्लादेश और नेपाल की टीमें भी इस बार टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी।
इस अवसर पर साहसिक बेस जंप में हिस्सा लेने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल सत्येंद्र वर्मा (रिटायर्ड) और गु्रप कैप्टन कमल सिंह ओबेरा (रिटायर्ड) 65वीं मंजिल से छलांग लगाकर पैराग्लाइडिंग करते हुए पास के बिग्रेड परेड ग्राउंड में कार्यक्रम स्थल के पास उपस्थित लोगों की तालियों का गड़गड़ाहट के बीच सकुशल उतरे।