सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
… Read More
सभी 182 एपिसोड
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
सुशील दोषी हिन्दी में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाने के लिये प्रसिद्ध हैं। उन्होने ३०० से अधिक एकदिवसीय क्रिकेट मैच, ६० से अधिक टेस्ट मैच, नौ क्रिकेट विश्व कप में क्रिकेट का आँखों देखा हाल सुनाया है। इसके अलावा उन्होंने टेनिस और टेबल टेनिस के खेल का आँखों देखा हाल भी सुनाया है। क्रिकेट की कमेंटरी को माध्यम बनाकर क्रिकेट को जन-जन तक पहुँचाने का काम सुशील दोषी ने किया है।
© 2022-23 Amar Ujala Limited
ब्राउज़र में ही
सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप
अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें
क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है
कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें