Fatigue In Women: घर के साथ साथ ऑफिस का काम भी संभाल लेना ये महिलाओं के ही बूते की बात है. दोनों ही जिम्मेदारियों को संभालने में महिलाएं सफल रही हैं. लेकिन उम्र के साथ साथ थकान उन पर हावी होने ही लगता है. बिजी लाइफ और काम की अधिकता से थकान होना भी लाजमी है. लेकिन हर बार यही वर्क लोड थकान का कारण नहीं होता. इसके और भी बहुत से कारण हो सकते हैं. जिन्हें नजरअंदाज करना महिलाओं के लिए नुकसानदायी साबित हो सकता है.
एनीमिया
महिलाओं में थकान का ये एक बड़ा कारण है. एनीमिया के चलते शरीर में रेड ब्लड सेल्स का बनना कम हो जाता है. इस वजह से काफी ज्यादा थकान भी महसूस हो सकती है. एनीमिया होने पर कमजोरी आने के साथ साथ नींद भी कम आने लगती हहै. हार्टबीट तेज होने लगती है और सिर में दर्द भी महसूस होता है.
थायराइड
थायराइड होने से शरीर का हॉर्मोनल बैलेंस गड़बड़ होने लगता है. इस वजह से कई गंभीर समस्याओं से दोचार होना पड़ता है. थकान और कमजोरी होने के अलावा थायराइड से वजन भी तेजी से बढ़ता या घटता है, बाल झड़ने लगते हैं और स्किन सूखी सूखी लगती है. मूड स्विंग भी होने लगता है.
डायबिटीज
डायबिटीज अब एक बड़ी बीमारी हो चुकी है. इसकी वजह से महिलाओं को कई तरह की मुश्किलों से गुजरना पड़ता है. बार बार प्यास लगना, यूरिन आना इसका एक लक्षण है.
डिप्रेशन
डिप्रेशन अब एक आम समस्या हो चुका है. डिप्रेशन जिस भी व्यक्ति को होता है उसे भूख प्यास तो लगती ही है उसमें न्यूट्रिशन की कमी भी होने लगती है. नींद आना मुश्किल होता है और याद्दाश्त पर असर पड़ता है. निगेटिव थॉट्स भी हावी होते जाते हैं.
विटामिन डी की कमी
महिलाओं के शरीर में विटामिन डी भी धीरे धीरे कम होने लगता है. जो थकान की वजह बन जाता है. इस विटामिन की कमी से शरीर की हड्डियां और मसल्स कमजोर होने लगते हैं.
थकान
थकान होने पर महिलाओं को खून की जांच के साथ साथ विटामिन डी, थायरॉयड और एनीमिया की जांच भी कराना बेहतर होता है.
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